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बुधवार, 2 अप्रैल 2014

नगर पंचायत की बदहाल सड़कें

गुरबारू घोडा मे गुणवत्ताविहीन टूटी सी.सी.रोड
मुक्तिधाम घाट रोड की खस्ताहाल सी.सी.रोड
 पत्थलगांव/ रमेश शर्मा
   शहर के विभिन्न वार्डो में महज तीन से छह माह पहले बनाई गई सीसी रोड़ की सड़कें बदहाल हो गई हैं। नगर पंचायत व्दारा करोड़ों रुपयों की लागत से बनाई गई इन सड़कों पर बगैर मापदंड से निर्माण कार्य होने तथा गुणवत्ता पर ध्यान नहीं देने से यहां अब पैदल चलना भी मुश्किल हो गया हैं।
    सबसे दिलचस्प बात यह है कि कई मुहल्लों में बगैर आबादी के निजी भू स्वामियों को लाभ पहुंचाने के लिए वहां सीसी रोड़ का निर्माण करा दिया है। इसके अलावा कुछ मुहल्लों में ऐसी भी सड़कें हैं जहां साल भर के भीतर दो बार सड़क निर्माण की निविदा आमंत्रित कर दी गई हैं। पत्थलगांव का बिलाईटांगर मुहल्ला में सीसी रोड़ सड़क का नया निर्माण के बाद भी वहां पुनः सीसी रोड़ बनाने की निविदा आमंत्रित किए जाने पर यहां के नागरिकों ने विरोध का स्वर तेज कर दिया था। इससे नगर पंचायत के प्रभारी सीएमओ नारायण प्रभाद ने इसे लिपिक की भूल बता कर इस कार्य को निरस्त करने की कार्रवाई की है। शहर में नागरिकों से जल कर, समेकित कर, प्रकाश कर आदि मद से वसूली गई टैक्स की रकम का खुल कर दुरुपयोग करने से स्थानीय नागरिकों में आच्छा खासा आक्रोश व्याप्त है।
   बताया जाता है कि शहर के विभिन्न मुहल्लों में होने वाला सीसी रोड़ का निर्माण कार्य में नगर पंचायत के प्रभारी सी.एम.ओ द्वारा ठेकेदार से गुणवत्ता की बात पर समझोैता कर लेने की वजह से यहा बनायी गयी अधिकांश सी.सी.सडकंे उखडकर खस्ताहाल हो चुकी हैं। यहा के नागरिकों का आरोप है कि प्रभारी सी.एम.ओ द्वारा ठेकेदारो को लाभ पहुंचाने के लिए नागरिको के पैसो से खिलवाड करते हुऐ शासन की आंखो मे धूल झोंकने का प्रयास किया जा रहा है।
    नगर पंचायत के सूत्रों का कहना है कि विगत दो सालांे के अंदर लगभग तीन करोड रुपये की लागत से बनायी गयी यहां की सी.सी.सडके अपनी निर्धारित गुणवत्ता मेे नहीं बनने के कारण आज सभी अपनी दयनीय हालत मे पहुंच चुकी हैं। यहा के नागरिको ने नगर पंचायत के प्रभारी सी.एम.ओ पर घटिया निर्माण कराने का आरोप लगाते हुऐ इन्हे ठेकेदारो को सरंक्षण देने की बात कही है। एक ओर जहा नगर के नागरिक यहा की नेशनल हाईवे सडको की दयनीय स्थिती से खासें परेशान है वही नगर पंचायत द्वारा करोडो रूपये की लागत से बनायी गयी अधिकांश सी.सी.सडकंे खस्ताहाल होने से नागरिको को सडको की दोहरी मार झेलनी पड रही है।
    ज्ञात हो कि नगर पंचायत के अंतर्गत आने वाले सभी वार्डो मे नगर पंचायत द्वारा दो सालो मे दो दर्जन सड़कों पर लगभग तीन करोड रूपये का व्यय बताया है।  परंतु इन कामो मे नगर पंचायत अधिकारी की ठेकेदारो से मिली भगत होने के कारण आज ये अधिकांश सी.सी.रोड खस्ताहाल हो चुकी है। यहां के गुरबारूगोड़ा ,हाईस्कूल परिसर, अग्रसेन भवन मार्ग, मुक्तिधाम घाट रोड, सरस्वती शिशु मंदिर रोड, गुरुद्वारा रोड, कोयला फैक्ट्री गली, मस्जिद मौहल्ला, महुआ टिकरा, मे बनायी गयी लगभग सभी सी.सी.रोड अपनी गारंटी अवधि के समय से पहले ही उखडकर अधिकारियांे की मिलीभगत स्वयं जाहिर कर रही है।
   यहां के नागरिको ने नगर पंचायत के अधिकारी से ठेकेदारों की मिलीभगत होने का आरोप लगा कर इसकी जांच कराने की बात कही है। शहर के नागरिकांे ने यहा बनायी गयी सी.सी.रोडो में स्तरहीन कार्य कराये जाने का आरोप लगाते हुऐ शासन के रुपयो के साथ खुला खिलवाड होने की बात कही है। सरस्वती शिशु मंदिर रोड मे रहने वाले निवासी चितरंजन सामंत ने नगर पंचायत की कार्यप्रणाली पर अपना रोष जाहिर करते हुए कहा कि नगर पंचायत के अंतर्गत वार्डो मे बनायी जाने वाली अधिकांष सी.सी.रोड आज समय से पहले ही उखड कर भ्रष्टाचार की पोल खोल रही है इन्होने कहा कि नगर पंचायत मे कार्य करने वाले ठेकेदार अधिकारीयो से अपनी सांठ गांठ कर गुणवत्ता विहीन सडको का निर्माण किये है जिसकी वजह से आज अधिकांश सी.सी.सडकें टूटकर बिखर गयी है इन सडको की खस्ताहाल होने का सबसे अधिक खामियाजा वार्ड वासियांे को उठाना पड रहा है। इन्हांेने कहा कि जिन वार्डो मे सी.सी.सडके बनायी गयी है उन वार्डो के वार्डवासी इन खस्ताहाल सडको पर चलकर दिनभर परेषानियो से जदोजहद कर रहे हैं। बताया जाता है कि नगर पंचायत के अधिकारी द्वारा कार्य होने के बाद ठेकेदारो के  बिल का पूरा भुगतान कर दिया जाता है । कार्य की गुणवत्ता खराब होने पर ठेकेदार के विरूध्द कोई कार्रवाई नहीं हो पाने से यहां खराब सड़कों का सिलसिला आज भी अनवतर जारी हैं। नागरिकों का कहना है कि  गुणवत्ता विहीन कार्यो का खामियाजा वार्डवासियो को भुगतना पडता है। 
                                  उच्च अधिकारी की जांच से उजागर होगी अनियमितता
 नगर पंचायत की उपाध्यक्ष श्रीमती स्नेहलता शर्मा का कहना है कि यहां  विगत दो सालो में बनायी गयी सी.सी.रोड सड़कों का सत्यापन तथा दस्तावेजों  की उच्च अधिकारीयो से जांच कराने से वित्तिय अनियमितता का बड़ा घोटाला उजागर हो सकता है। श्रीमती शर्मा ने कहा कि यहा ऐसी कई सडके हैं, जिसकी गुणवत्ता को अनदेखा कर देने से वहा अब बदहाली का नजारा देखने को मिल रहा है। 

                                                 बगैर मूल्यांकन किये होते बिल पास
नगर पंचायत के अंतर्गत होने वाले नये निर्माण कार्यो मे बगैर गुणवत्ता का ध्यान दिये ही इंजीनियर द्वारा कार्यो का मूल्यांकन कर ठेकेदारो के बिल पास करा दिये जाते हैं। यही वजह है कि यहां होने वाले अधिकांष नये निर्माण कार्य अपने निर्धारित माप दंडो से हटकर बनाये गये जो बेहद ही घटिया किस्म के है।यहा की नगर पंचायत का हमेंशा विवादो से पाला रहा है। यहां कभी अधिकारीयो का गैर जिम्मेदाराना रवैया तो कभी इंजीनियर की कमी इस नगर पंचायत की खासियत बन चुकी है। बताया जाता है कि शासन द्वारा यहां आने वाली योजनाओ मे इंजिनियर व अधिकारी द्वारा बगैर स्थल निरीक्षण किये ही प्रस्ताव पास कर दिये जाते है। शासन से इन प्रस्ताव को मंजूरी मिलने के बाद कार्य कराये जाने वाली जगह पर उस कार्य के लायक स्थल ही नही रहता है। जिसकी वजह से कई बार ठेकेदारो को उस जगह पर काम करने मे भारी परेषानीयों का सामना करना पडता है। इसमे सीधे तौर पर यहा के अधिकारी की निष्क्रीयता दिखायी देती है। यहा के नागरिको ने नगर पंचायत मे पदस्थ प्रभारी सी.एम.ओ का तत्काल स्थानांतरण करते हुऐ इनके स्थान पर योग्य अधिकारी लाने की बात उच्च अधिकारीयो से कहीं है।

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