कुल पेज दृश्य

बुधवार, 18 जून 2014

केन्द्रीय राज्य मंत्री की शाला को इंतजार है विद्युत कनेक्‍शन का



रामेश्‍वर साय पैंकरा विकासखंड
 शिक्षा अधिकारी कांसाबेल
 शिक्षा के नए सत्र पर छात्रों के माथे पर नहीं लग पाया तिलक 
 रमेश शर्मा /पत्थलगांव/
        केन्द्रीय राज्य मंत्री विष्णुदेव साय ने बगीया गांव के जिस सरकारी प्राथमिक स्कूल में पढ़ाई की शुरुआत की थी उस स्कूल में सोमवार को गांव के नव प्रवेशी छात्र छात्राओं के माथे पर तिलक लगाने के लिए कोई तैयारी नहीं थी। इसके चलते यहाँ नव प्रवेशी छात्र स्कूल प्रांगण में पुराने छात्रों के साथ धमाचौकड़ी करते रहे।
     कांसाबेल विकासखंड अन्तर्गत बगीया प्राथमिक स्कूल के प्रधान अध्यापक नरेन्द्र कुमार सिंह प्रातः 9 बजे अपनी पाठशाला जरूर पहुंच गए थे। लेकिन वहाँ पदस्थ पंचायत शिक्षा कर्मी श्रीमती बसंती खलखो का 10.30 बजे भी कोई अता पता नहीं था। प्रधान पाठक ने बताया कि इस पाठशाला में कुल 35 विद्यार्थियों की दर्ज संख्या है। ग्राम बगीया प्राथमिक पाठशाला में कक्षा 1 में 0, कक्षा 2 में 6,कक्षा 3 में 9, कक्षा 4 में 10 तथा कक्षा 5 में भी 10 विद्यार्थियों के नाम दर्ज हैं। यहाँ पर प्रधान पाठक के अलावा एक पंचायत शिक्षा कर्मी तथा स्वीपर के पद पर श्रीमती असरीता की भी नियुक्ति की गई है। स्कूल भवन में किचन शेड का भी अभाव है। 
  16 जून को नया सत्र के प्रथम दिन स्कूल प्रांगण में यहाँ अध्ययनरत बालक बालिकाओं में चहल पहल भी शुरू हो गई थी। कुछ अभिभावक यहाँ पर पांचवी कक्षा में अध्ययनरत अपने बच्चों की टीसी लेने पहुंचे हुए थे। इस काम को प्रधान पाठक व्दारा अकेले ही किया जा रहा था। इस सब के बाद यहाँ नव प्रवेशी बच्चों का स्वागत समारोह का कहीं भी अता पता नहीं था। स्कूली बच्चों को निशुल्क दी जाने वाली पुसतकें और शाला गणवेश भी यहाँ नहीं पहुंच पाई है।
      देश के केन्द्रीय राज्य मंत्री विष्णुदेव साय ने जिस कच्चे प्राथमिक स्कूल में अपनी पढ़ाई की शुरूवात की थी उस पुराने भवन को ढहा कर वर्ष 2004 में यहाँ नया भवन उपलब्ध करा दिया गया है। यहाँ के प्रधान पाठक नरेन्द्र कुमार सिंग ने बताया कि इस प्राथमिक पाठशाला में विद्युत वायरिंग के साथ तीन कमरों में पंखे भी लगा दिए गए हैं, पर अभी तक विद्युत कनेक्शन नहीं मिल पाया है। विद्युत कनेक्शन के अभाव में यहाँ अंधेरा ही रहता है। ग्राम बगीया के इस प्राथमिक शाला में स्कूली बच्चों के लिए शौचालय और मूत्रालय का भी अभाव दूर नहीं हो पाया है। स्कूल के तीन कमरो में एक कमरा को गोदाम के साथ कार्यालय का रूप दे दिया गया है। स्कूल प्रागंण में खेल मैदान होने के बाद भी यहाँ खेल गतिविधियों का अता पता नहीं है। राजीव गांधी शिक्षा मिशन के तहत सर्व शिक्षा अभियान योजना के क्रियान्वयन का भी इस पाठशाला में कहीं अता पता नहीं है।
      बगीया प्राथमिक स्कूल में 25 जून को प्रवेश उत्सव मनाने की तिथि निर्धारित की गई है। नया पाठशाला भवन बनने के बाद यहाँ विद्युत वायरिंग के लिए ही आबंटन मिला है। इसके बाद विद्युत कनेक्शन के लिए अभी तक आबंटन प्राप्त नहीं हो पाया है। इस वजह यहाँ के स्कूल में रोशनी नहीं पाई है।