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मंगलवार, 24 सितंबर 2013

जूदेव का विकल्प हैं गणेश राम भगत

गांव में मांदल के साथ गणेश राम
गणेश राम भगत रैली का नेतृत्व करते हुए
पत्थलगांव/ रमेश शर्मा
     झारखंड और उड़ीसा के रास्ते से जशपुर जिले में नक्सली और अन्य बदमाषों की आवाजाही को रोकने के लिए सरहदी गांवों के ग्रामीणों को एकजुट कर उनका हौंसला बढ़ाने वाले पूर्व अजाक मंत्री गणेश राम भगत को अब लोगों ने भारतीय जनता पार्टी के दिवंगत नेता दिलीप सिंह जूदेव का विकल्प के रूप में देखना शुरू कर दिया हैं। यहाँ के लोगों का मानना है कि पूरे देश में कटटरवादी हिन्दू नेता की अलग पहचान बनाने वाले जूदेव का सुदृढ जशपुर को आगे भी इसी मजबूती के साथ खड़ा रखने के लिए गणेश राम भगत ही सबसे उपयुक्त नेता साबित हो सकते हैं। जिले में शहरी और ग्रामीण अचंल के लोगों की निगाहें पूर्व अजाक मंत्री गणेश राम भगत पर टिक गई हैं। 
  दरअसल श्री जूदेव ने ही अखिल भारतीय वनवासी कल्याण आश्रम में रहकर गरीबों की सेवा में अपना पूरा समय देने वाले ग्राम बुमतेल के गणेशराम भगत को वर्ष 1985 में जशपुर विधानसभा का चुनाव लड़ा कर उन्हे राजनैतिक पहचान दी है। श्री भगत ने कांग्रेस के दिग्गज नेता लुईस बेक को चुनाव में करारी षिकस्त देने के बाद इस जिले में कभी भी पीछे मुड़कर नहीं देखा। यहाँ दूरस्थ गांवों में सड़क,पुल पुलिया के अलावा ग्रामीण अचंल में अध्ययनरत आदिवासी प्रतिभावान विद्यार्थियों को देश के नामचीन स्कूलों में निषुल्क पढ़ाने की सार्थक पहल की है। दूर दराज के पहुंच विहिन गांवो में गरीब तबके के लोगों के लिए स्वास्थ्य और षिक्षा के पुख्ता इंतजाम कर देने से प्रषासनिक अमला को भी विकास योजनाओं का क्रियान्वयन में सहयोग मिलने लगा है। दिलीप सिंह जूदेव का मार्ग दर्षन और वनवासी कल्याण आश्रम से मिली सेवा भावना का मूल मंत्र के साथ गणेशराम भगत ने वनवासियों को एकजुट करने में अहम भूमिका निभाई है।छत्तीसगढ़ का सीमावर्ती जशपुर जिले से उड़ीसा और झारखंड की सीमा लगी होने के कारण यहाँ नक्सली और अन्य बदमाषों की आवाजाही बढ़ गई थी।इस पर रोक लगाने के लिए दिलीप सिंह जूदेव के साथ गणेश राम भगत की अहम भूमिका की बात से कोई इनकार नहीं कर पाता है।
   जंगली रास्तों से नक्सलियों की आवाजाही को रोक पाने का काम पुलिस के लिए बेहद कठिन होने के कारण श्री भगत ने यहाँ के सरहदी गांव दनगरी, सारूढ़ाप, महनई, बुरजूढ़ीह, सुलेषा, सालेकेरा, पोरतेंगा के लोगों को एक जुट करने का बीड़ा उठाया था। छत्तीसगढ़ के इन सरहदी गांव के लोगों में एकजुटता बढ़ने से ही यहाँ पर नक्सली तथा अन्य बदमाषों के आवाजाही तथा बैठक लेने की पुलिस को निरतंर सूचना मिलने लगी है।यही वजह है कि पुलिस समय पर सतर्क होकर नक्सली तथा अन्य बदमाषों की धरपकड़ में सफल हो जा रही है। जशपुर जिले में नक्सली गतिविधियों की बड़ी और छोटी से छोटी वारदात की सूचना मिलते ही गणेश राम भगत के घटना स्थल पर पंहुचने से लोगों में उनके प्रति विष्वास बढ़ा है। इसी वजह यहाँ के लोग भाजपा के दिवंगत नेता दिलीप सिंह जूदेव का विकल्प के रूप में अब गणेश राम भगत को देखने लगे हैं।
                                 अन्य जिलों में भी मिलेगा लाभ
     विधानसभा का वर्ष 2008 का चुनाव में गणेश राम भगत भाजपा की टिकिट से सीतापुर विधानसभा सीट का चुनाव हार जाने के बाद भी उन्होने ग्रामीण अचंल में अपना सतत जनसम्पर्क और गरीबों के हितों की लड़ाई लड़ने का काम बन्द नहीं किया है। यहाँ सरहुल महोत्सव तथा धर्मान्तरण के मामलों पर भी श्री भगत ने अपने तीखे तेवर दिखा कर कांग्रेस विचारधारा के लोगों का भी मन जीत लिया है। जशपुर जिले के लोग जूदेव का मजबूत गढ़ की सुरक्षा का जिम्मा गणेश राम भगत को देने का मन बना चुके हैं।बगीचा के पूर्व जनपद अध्यक्ष एवं अखिल भारतीय जनजातिय सुरक्षा मंच के संयोजक नेयु राम भगत का कहना है कि भारतीय जनता पार्टी को जशपुर विधानसभा की कमान गणेश राम भगत के कन्धो पर रख कर सरगुजा, रायगढ़ तथा पत्थलगांव का परम्परागत गढ़ को भी भेदने की तैयारी कर देनी चाहिए। 
गणेश राम भगत की रैली में जनसमुदाय की भीड़,
व्यवसायी हुए भयमुक्त
         बगीचा के व्यवसायी दिनेश शर्मा का कहना है कि जशपुर जिले के व्यवसायियों को भयमुक्त वातावरण देने में पूर्व अजाक मंत्री गणेश राम भगत की अहम भूमिका रही है।श्री भगत की निरतंर सक्रियता के चलते नक्सली भी यहाँ ग्रामीणों की बैठक लेने तथा बेखौफ आवाजाही से कतराने लगे हैं।यहाँ दूर दराज के साप्ताहिक बाजारों में व्यवसायी अब निर्भिक होकर अपना व्यवसाय कर ले रहे हैं। जशपुर जिले में पिछले पांच दशक से गांव गांव में षिक्षा और स्वास्थ्य का काम करने वाली समाजसेवी संस्था अखिल भारतीय वनवासी कल्याण आश्रम के अध्यक्ष जगदेवराम उरांव का कहना था कि जिस तरह यहाँ पर  हिन्दूओं का धर्मान्तरण रोकने के लिए गांव गांव में पदयात्रा के माध्यम से जनजागरण का अलख जगा कर दिलीप सिंह जूदेव ने हर वर्ग के दिल में अपनी मजबूत पकड़ बना ली थी।उसी तरह जिले के सरहदी गांवों के लोगों को एकजुट करके गणेश राम भगत ने नक्सलियों की आवाजाही पर नकेल कसने का प्रभावषाली काम किया है। जगदेव राम ने कहा कि हिन्दूओं का धर्मान्तरण के बाद उनकी प्राचीन और गौरवषाली संस्कृति को बरकरार रखने के लिए ही श्री जूदेव ने यहाँ पर आपरेशन घर वापसी कार्यक्रम की शुरूवात की थी।अब इस काम को उनके पुत्र युद्धवीर सिंह तथा अन्य युवाओं की सुदृढ़ टीम के साथ गणेश राम भगत को आगे आ जाना चाहिए।


 

खुले आम बिकता है मिलावटी और जहरीला दूध

दूध विक्रेता पत्थलगांव
पत्थलगांव /   रमेश शर्मा  
  जशपुर जिले के शहर एवं गांवो में पौष्टिक दूध के नाम पर उपभोक्ताओं व्दारा अच्छी खासी रकम अदा करने के बाद भी आधा दूध व आधा पानी मिल रहा है।कई दूध विक्रेता दूध को गाढ़ा करने के लिए यूरिया और आरारोट की मिलावट करने लगे हैं। मिलावटी दूध की जांच के लिए स्वास्थ्य विभाग के पास पर्याप्त अमला नहीं होने से जांच अभियान नहीं चल पा रहा है।   
         मिलावटी दूध को लेकर आए दिन गृहणियों का दूधवालों से विवाद होता है। दूध के लिए प्रति लिटर 30 से 40 रुपयों का भुगतान करने के बाद भी लोगों का शुध्द दूध नसीब नहीं हो पा रहा है। खादय एवं औषधि प्रशासन की अनदेखी से उपभोक्ताओं को आंख मूंद कर दूध के नाम पर पानी के दाम चूकाने पड़ रहे हैं।यहंा पर आम लोगों की शिकायत है कि जिले का खादय एवं औषधि प्रशासन दूध विक्रेताओं पर शिकंजा कसने के लिए सरप्राइज चेकिंग करना छोड़ शिकायत मिलने के बाद भी कार्रवाई नहीं कर रहा है। सुबह नींद खुलते ही लोगों को सबसे पहले दूध वाले का इंतजार रहता है।कुछ के घरों पर दूध वाले पहुंच जाते हैं तो कुछ लोगों को दूध डेयरी पहुंच कर इस जरूरी खादय सामग्री की खरीदी करनी पड़ती है। यहंा शुध्द दूध की डेयरी पर 40 रूपये लीटर में दूध खरीदने वालों को भी मिलावटी दूध बेचा जा रहा है। कई दूध विक्रेताओं व्दारा अधिक मुनाफा कमाने के चक्कर में पाउडर तथा अन्य सामग्रियों की मिलावट करने से लोगों की सेहत से भी खिलवाड़ हो रहा है। पीतृपक्ष के बाद त्यौहार प्रारम्भ हो जाने से दूध की मांग में लगातार इजाफा होगा। ऐसे समय दूध विक्रेता मिलावट का खेल को और बढ़ा देते हैं।गृहणियों के लिए यह सबसे जरूरी खादय सामग्री होने के कारण उन्हे मिलावट के बाद भी बेबस होना पड़ रहा है।
                                                        बेबस स्वास्थ्य विभाग         
       जिले में दूध की गुणवत्ता की जांच करने के लिए खादय एवं औषधि प्रशासन विभाग ने आज तक सघन अभियान नहीं चलाया है। बताया जाता है कि स्वास्थ्य विभाग ने जिले में मिलावटी खादय सामग्री की जांच के लिए तीन चिकित्सकों को विशेष  प्रशिक्षण दिलाया गया था। इनमें दो चिकित्सकों ने शासकीय खर्च पर प्रशिक्षण प्राप्त करने के बाद मिलावटी खादय सामग्री की जांच के काम से अपना हाथ खिंच लिया है। इस वजह स्वास्थ्य विभाग यहंा बेबस हो गया है।
    बताया जाता है कि कई बार लोगों ने नगर पंचायत के माध्यम से तथा सीधे विभाग के अधिकारियों को लिखित शिकायतें भी भेजी हैं पर इन शिकायतों का कोई असर नहीं होने से लोगों को मिलावटी और धीमा जहरयुक्त दूध खरीदना पड़ रहा हैं।
     जानकारों का कहना है कि दूध विक्रेताओं के पास गाढ़ा दूध देख कर लोग संतुष्ट हो जाते हैं कि उन्हे अच्छा शुध्द दूध मिल रहा है,जबकि हकिकत इससे काफी दूर रहती है। वार्ड 7 के नागरिक गुरूचरण सिंह भाटिया ने बताया कि दूध में यूरिया,आरारोट तथा अन्य मिलावट के चलते इसका बच्चों पर विपरित असर पड़ता है। उन्होंने कहा कि यदि दूध की नियमित जांच हो तो दूध का दूध और पानी का पानी हो सकता है।        यहंा के होटल व्यवसायी मौसम अग्रवाल का कहना था कि एक लीटर दूध में 200 ग्राम खोवा बनना चाहिए,लेकिन पानी मिलावट के कारण 140 से 150 ग्राम खोवा ही बन पाता है।उन्होने कहा कि यह सब दूध में मिलावट का ही असर है।
                                                    मिलावटी दूध विक्रेताओं पर दंड
   यहां की ज्यादातर गृहणी भी दूध में मिलावटखोरी से काफी परेशान हैं। यहंा पर कोयला फैक्ट्री गली में रहने वाली श्रीमती गायत्री शर्मा ने बताया कि दूध की क्वालिटी को देख कर सुबह सुबह मुड़ खराब हो जाता है।यहंा इन उपभोक्ताओं का कहना था कि पहले 20 रू. लीटर में अच्छा दूध मिल जाता था पर अब 40 रू.के दाम में भी पानी मिलावट से काम चलाना पड़ रहा है। यहंा की महिलाओं की शिकायत है कि दूध में पानी मिलावट की जांच के लिए सघन अभियान चलना चाहिए। इससे दूध में मिलावट करने वालों को दंड मिलने के बाद उनमें भय बन सकता है।
    यहां पर शासकीय कर्मियों का कहना है कि कई बार दूध वाले को मिलावटी दूध होने की शिकायत करने पर उनका एक ही जवाब रहता है कि लेना हो तो लो वरना छोड़ दो। इस जवाब के बाद मिलावटी दूध लेना मजबूरी हो चुका है।
                                            जिले में नहीं है जांच अमला
      खादय एवं औषधि प्रशासन विभाग के पास पूरे जिले में एक चिकित्सक होने के कारण मिलावट खोरो के विरूध्द जांच का सघन अभियान नहीं चल पाया है। मिलावटी दूध तथा अन्य खादय सामग्री बिक्री की लगातार शिकायतों के मददेनजर जल्द ही जिले में औचक निरीक्षण के लिए अभियान चलाया जाएगा।
भारत भूषण बोर्डे, मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी



















शनिवार, 14 सितंबर 2013

होलीक्रॉस संस्था ने मनाई संतों की पुण्य तिथि

रंगमंच पर आयोजित सांस्कृतिक कार्यक्रम
दो दिवसीय सांस्कृतिक कार्यक्रमों 
 की हुई रंगारंग शुरुआत
  पत्थलगांव/
      होलीक्रास संस्था की संस्थापिका मदर मरिया तेरेसा की 125 वीं तथा सिस्टर उलरिका निश की 100 वीं पुण्यतिथि के अवसर पर शनिवार को स्कूल के विद्यार्थियों ने दो दिवसीय रंगा रंग सांस्कृतिक कार्यक्रमों की शुरूवात की।
     होलीक्रास प्राथमिक स्कूल, होलीक्रास माध्यमिक स्कूल के अलावा बुनियादी प्रषिक्षण संस्था के छात्र छात्राओं ने सांस्कृतिक कार्यक्रमों की शुरूवात से पहले दोनो पुण्य आत्माओं के चित्र पर पुष्प अर्पित कर उन्हे नमन किया गया।होलीक्रॅास बुनियादी प्रषिक्षण संस्था में इस दौरान काफी आकर्षक साज सज्जा और रोशनी की गई थी।शनिवार को प्रातः 6 बजे यहंा कैथोलिक आश्रम के चर्च में होलीक्रास परिवार के लिए विशेष प्रार्थना सभा का आयोजन किया गया। इसमें काफी बड़ी संख्या में मसीहीजन उपस्थित थे। 
होलीक्रास संस्था में कार्यरत स्टाफ एवं दर्शक
   होलीक्रास बुनियादी प्रषिक्षण संस्था का रंग मंच पर 11 बजे से ही दर्शकों की भीड़ जुटने लगी थी। बाद में जैसे ही सांस्कृतिक कार्यक्रम आयोजित करने की घोषणा हुई तो सभी दर्शक स्कूली कलाकारों को देखते रह गए। यहां पर विद्यार्थियों व्दारा प्रस्तुत किए गए एक से बढ़ कर एक नृत्य, नाटक और हंसी मजाक की प्रस्तुती पर दर्षकों ने खुब तालियॉं बजाई।
      बुनियादी प्रशिक्षण संस्था की छात्राओं ने संसार की संरचना का जीवंत दृष्य प्रस्तुत किया। इस सांस्कृतिक कार्यक्रम की दर्शकों ने जमकर सराहना की। बीटीआई की छात्रा ज्योत्स्ना चैहान, किरण साहू और देवकुमारी ने आकर्षक वेशभूषा धारण करने के साथ उनकी प्रस्तुति भी समयबध्द ढंग से की गई। सांस्कृतिक कार्यक्रम में स्वप्ना, इलिरोज, सविता, अमीना तथा छोटे बच्चों की प्रस्तुति को भी दर्षकों ने खूब सराहा। 
    
होलीक्रॉस में आयोजित सांस्कृतिक कार्यक्रम में उपस्थित स्कूली बच्चे
इन कार्यक्रमों को प्रस्तुत करने के दौरान सभी मंत्रमुग्ध होकर प्रस्तुत करने वाले स्कूली बच्चों को एक टक निहार रहे थे। यहां आयोजित सांस्कृतिक कार्यक्रमों की तैयारी कराने में सिस्टर उषा किरण टोप्पो
, सि.रेशमा, सि.रूथ, सि.मर्सेला,सि.जसिंता, सि.दोरोथी, मिस प्रभा,,तथा संस्था की प्राचार्या सि.अर्पणा का सराहनीय योगदान रहा। होलीक्रास बुनियादी प्रषिक्षण संस्था की प्राचार्य सि.अर्पणा ने बताया कि दो दिवसीय कार्यक्रम को लेकर यहां जोरशोर की तैयारियां की गई है।  
                      शिक्षा में अनुशासन मूलमंत्र
    होलीक्रॉस संस्था में पिछले 40 वर्ष से सेवा देनी वाली सिस्टर मोनिका, सिस्टर रजीता तथा सिस्टर मनोरथा ने अपने सेवा कार्यो के अनुभव बांटते हुए बताया कि सेवा कार्यो के लिए दृढ़ इच्छा शक्ति की जरूरत पड़ती है। इसके बाद जीवन की राह में कोई भी रूकावट नहीं आती है। सिस्टर मोनिका ने बताया कि उन्होंने चार दशक पहले होलीक्रास संस्था में घोलेंग हाई स्कूल में प्राचार्य के पद  पर रहते हुए अपने विद्यार्थियों को अनुशासन का पहला पाठ पढ़ाया था। शिक्षा के इस मूलमंत्र ने सैकड़ांे छात्र-छात्राओं को आज उच्च पदों पर पहुंचा दिया है। उन्होने बताया कि उनके विद्यार्थी आज अनुशासन के इसी मूल मंत्र से दूसरों का भविष्य सँवार रहे हैं। यहां पर राहा की निदेशक सिस्टर एलिजाबेथ ने बताया कि होलीक्रास संस्था व्दारा षिक्षा और स्वास्थ्य के क्षेत्र में निरतंर काम किया जा रहा है। इसी कड़ी में पत्थलगांव का विकलांग सेवा केन्द्र में इस अंचल के सैकड़ों गरीब तबके के लोगों को लाभान्वित किया जा रहा है। 
                    संतों ने दिखाया सेवा का मार्ग
     होलीक्रॉस संस्था की प्रमुख सिस्टर अर्पणा बरूआ ने बताया कि वर्ष 2013 को विश्‍वास वर्ष घोषित किए जाने के बाद मदर मरिया टेरेसा की पुण्य तिथि पर ज्यादातर सांस्कृतिक कार्यक्रम परमेश्‍वर के प्रति विष्वास तथा होलीक्रॉस संस्था की संस्थापिका मदर मरिया टेरेसा के जीवन पर आधारित हैं। उन्होंने कहा कि हमारे संतों ने युग की मांग के अनुरूप सेवा के कार्यो को करने की शुरुआत की थी। गरीब और असहाय लोगों को स्वास्थ्य शिक्षा मुहैया कराने का यह क्रम निरंतर जारी रहेगा। सुश्री अर्पणा ने बताया कि स्वास्थ्य सेवा के साथ एड्स के रोगियों के लिए भी होलीक्रॉस संस्था ने मदद का काम शुरू किया है। इसके अलावा जेल में बन्द निर्दोष लोगों से भी मुलाकात कर उन्हें आध्यात्मिक राह से जीवन में  फिर से खुशियां भरने का प्रयास किया जाता है। उन्होंने कहा कि होलीक्रॉस संस्था के संतों व्दारा दिखाया गया सेवा का मार्ग पर सदैव चलने का संकंल्प को ही हम दोहराते हैं।


     
     

सोमवार, 9 सितंबर 2013

महिला उम्मीदवारों को विधानसभा चुनाव में मिले टिकिट


अंजू टोप्‍पो
हेमवती भगत
भाजपा उठाए माहौल का लाभ
पत्थलगांव/ रमेश शर्मा
   महंगाई के मुद्दे पर कांग्रेस सरकार की विफलता का लाभ उठाने के लिए भारतीय जनता पार्टी को विधानसभा के चुनाव में अधिक से अधिक संख्या में महिलाओं को टिकिट देकर पार्टी के पक्ष में इस सकारात्मक माहौल का लाभ उठाना चाहिए।
  चुनाव में महिलाओं की आधी आबादी के मददेनजर पत्थलगांव विधानसभा से भारतीय जनता पार्टी की टिकिट के लिए इस बार महिलाओं ने भी अपना दावा करने का मन बना लिया है। भाजपा मंडल की उपाध्यक्ष एवं महिला मोर्चा की प्रमुख नेता श्रीमती रमावती जायसवाल का कहना है कि यहां विधानसभा के चुनाव में भाजपा की हार का सिलसिला पर विराम लगाने के लिए पार्टी को महिला उम्मीदवार को चुनाव का टिकिट दे देना चाहिए।
   श्रीमती जायसवाल ने कहा कि पूरी दुनिया महिलाओं की ताकत को लोहा मान चुकी है। इसलिए पत्थलगांव विधानसभा का अभेद गढ़ को भेदने के लिए भारतीय जनता पार्टी को महिला उम्मीदवार को टिकिट देने की पहल करनी चाहिए। उन्होने कहा कि यहां भाजपा धर्म वाहिनी की संयोजिका अंजू टोप्पो के अलावा कोतबा नगर पंचायत की अध्यक्ष श्रीमती हेमवती भगत ने पार्टी की गतिविधियों में सक्रिय भागीदारी निभाई है। भाजपा की महिला नेत्रियों को आगे लाने से पूरे जिले की महिलाओं में अच्छा सन्देश जाएगा।
  यहां की जिला जनपद सदस्य मीना चैहान ने भी इस बार विधानसभा के चुनाव में भाजपा व्दारा महिला उम्मीदवार को टिकिट देने की बात पर जोर दिया है। उन्होने कहा कि छत्तीसगढ़ में मुख्यमंत्री डा.रमन सिंह की सरकार ने महिलाओं को आगे लाने के लिए अनेक योजनाओं का संचालन किया है। इसी के तहत नवीन राशन कार्ड की योजना में महिलाओं को प्रमुखता दे कर उन्ही के नाम से राशन कार्ड जारी करने का सराहनीय निर्णय लिया है।
           भाजपा के प़क्ष में सकारात्मक माहौल
  जिला पंचायत सदस्य मीना चैहान का कहना था कि कांग्रेस का संगठनात्मक ढंाचा भले ही मजबूत हो पर बेतहाशा बढ़ रही महंगाई के चलते उसके प़क्ष में माहौल नहीं है। डीजल,पेट्रोल,घरेलू गैस, साग सब्जी तथा अन्य दैनिक उपयोग की वस्तुओं में लगातार बढ़ रही मंहगाई के मामले में कांग्रेस नेताओं के पास कोई भी जवाब नहीं है।भाजपा नेत्री का कहना था कि यहां ग्रामीण और शहरी अचंल में भी इस समय भारतीय जनता पार्टी के पक्ष में सकारात्मक माहौल बना है। इसके लिए पत्थलगांव विधानसभा से पार्टी की जुझारू एवं जिला धर्म वाहिनी की संयोजिका अंजू टोप्पो को टिकिट देना चाहिए। यहां भाजपा की महिला नेत्रियों का कहना था कि मंहगाई का मुददा को लेकर पूरे देश की महिलाओं में कांग्रेस पार्टी के विरोध में गुस्सा व्याप्त है। कांग्रेस की इस विफलता का लाभ उठाने के लिए भारतीय जनता पार्टी को अधिक से अधिक संख्या में महिला उम्मीदवारों को विधानसभा की टिकिट देनी चाहिए। इससे भाजपा के प़क्ष में सकारात्मक माहौल का पूरा लाभ उठाया जा सकता है। पार्टी के दिग्गज नेताओं को इस माहौल का लाभ उठाने में पीछे नहीं रहना चाहिए। यहां भाजपा नेत्री रेणु विष्वास और पूर्व पार्षद फुलो पन्ना ने भी अंजू टोप्पो को विधानसभा चुनाव के लिए काफी सशक्त उम्मीदवार बताया है। भाजपा की महिला नेताओं का कहना था कि पार्टी के लोग यहां एक जुट होकर चुनाव में अपना सहयोग देते हैं तो पत्थलगांव विधानसभा सीट पर पार्टी की हार का सिलसिला पर आसानी से विराम लगाया जा सकता है।