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शुक्रवार, 12 दिसंबर 2014

कटनी गुमला सड़क की बदहाली: केन्द्र सरकार से पूछा सवाल

रमेश शर्मा / पत्थलगांव/        
शहर में एनएच की बदहाल सड़क पर डामरीकरण
का काम में आज भी गुणवत्ता की अनदेखी हो रही है।
 झाड़ू से लिपापोती के बाद डामरीकरण का काम
जशपुर जिले में दैनिक भास्कर व्दारा नागरिकों के सरोकार का मुद्दा कटनी गुमला एनएच सड़क की बदहाली और मानव तस्करी के मामलों पर अंकुश लगाने के लिए प्रमुखता से उठाई गई खबरों को लेकर राज्यसभा सदस्य रणविजय सिंह जूदेव ने दोनांे मुद्दों पर केन्द्र सरकार से जवाब मांगा है। कटनी गुमला राष्ट्रीय राज मार्ग की बेहद जर्जर हालत को सुधारने के नाम पर बार बार गुणवत्ता की अनदेखी करने और करोड़ों की लागत का डामरीकरण के काम को एक ब्लैक लिस्टेड ठेकेदार को दिए जाने पर राज्य सभा सदस्य रणविजय सिंह जूदेव ने केन्द्र सरकार का ध्यानाकर्षण करा कर इस मामले मे विस्तृत जवाब मांगा है। 3 दिसंबर को राज्यसभा में कटनी गुमला राष्ट्रीय राजमार्ग के कार्य में गुणवत्ता की अनदेखी करने का यह मामला राज्यसभा के सदन में उठाए जाने के बाद एनएच विभाग के अधिकारियों में खलबली मच गई है।
                                                 2 माह की सड़क दुर्घटना में 6 की मौतें

बस स्टैण्ड चौराहे पर एनएच के जानलेवा गड्ढे में फंसा ट्रक
इस सड़क पर जगह जगह जानलेवा गड्ढे बन जाने से यहंा वाहनों की दुर्घटना में भी काफी इजाफा हुआ है। पत्थलगांव क्षेत्र में लगभग 10 कि.मी. लम्बा कटनी गुमला हाइवे की बदहाली का सुधार कार्य कराने के लिए एनएच विभाग के अधिकारियों 4 बार निविदा आमंत्रित कर इन्हे बगैर कारण के ही निरस्त कर दिया था। इस वजह यहंा की जर्जर सड़क पर जानलेवा गड्ढे बन जाने के बाद 2 माह में सड़क दुर्घटना के अलग अलग मामलों में 6 लोगों की मौत हुई थी। कटनी गुमला सड़क की बदहाली से पैदल चलने वाली राहगिरों की मौत और डामरविहिन इस सड़क पर रात दिन उड़ने वाली धूल से परेशान नागरिकों ने कई बार आन्दोलन भी किया था लेकिन एनएच अधिकारियों ने नागरिकों को राहत देने की कोई पहल नहीं की थी।

                                               6 माह में 12 बार हो चुका विरोध प्रदर्शन
      कटनी गुमला सड़क की बदहाली को लेकर यहाँ 6 माह में नागरिकों व्दारा दर्जन भर से अधिक बार आन्दालन कर अपना विरोध जता चुके हैं। एक माह पहले यहाँ के स्कूली छात्र छात्राओं के साथ उनके प्राध्यापकों का मानव श्रृख्ंाला बना कर चक्काजाम आन्दोलन और एसडीएम रामानंदन सिंह का घेराव भी किया गया था। बस स्टैण्ड चौराहे की इस घटना के बाद एसडीएम रामानंदन सिंह ने एनएच अधिकारियों के खिलाफ भू राजस्व संहिता के तहत अपराधिक मामला भी दर्ज किया था लेकिन एनएच अधिकारियों ने जर्जर सड़क पर डामरीकरण कराने की दिशा में कोई पहल नहीं की। शहर में एनएच सड़क पर जानलेवा गड्ढेे बन जाने के बाद कलेक्टर हिमशिखर गुप्ता ने यहंा कि.मी.क्रमांक 466,467 और 468 पर डामरीकरण का काम के लिए बाढ़ आपदा मद से 46 लाख रुपयों का एनएच विभाग को आबंटन उपलब्ध कराया था। इस आंबटन के बाद एनएच विभाग के कार्यपालन अभियंता जेपी तिग्गा ने इस में नरेगा पध्दति की शर्त होने के कारण इस कार्य की निविदा को आमंत्रित कर उसे भी निरस्त कर दिया था। कटनी गुमला हाईवे की बदहाली नहीं सुधर पाने से यहंा के नागरिक खासे परेशान हो गए थे। एनएच सड़क की बदहाली को लेकर पिछले सप्ताह यहंा सभी राजनैतिक दल के लोगों ने एक मंच पर इकट्ठा होकर अनिश्चितकालीन आन्दोलन करने की चेतावनी दी थी। जर्जर एनएच सड़क के विरोध में नागरिकों का आन्दोलन से यहाँ कानून व्यवस्था बिगड़ने का अंदेशा को देख कर एनएच विभाग ने बगैर निविदा के ही शहर के 3 कि.मी. में नया डामरीकरण का काम शुरू करा दिया है,लेकिन इसके आगे और पीछे की सड़क की बदहाली जस की तस है।
                                    दैनिक भास्कर ने उठाया था नागरिकों के सरोकार का मामला
 जिले में कटनी गुमला राष्ट्रीय राज मार्ग के कि.मी.क्रमांक 516 से 541 तक 8 करोड़ रूपयों का डामरीकरण का काम को बगैर पड़ताल के एक ब्लैक लिस्टेड ठेकेदार को दिए जाने की खबर को दैनिक भास्कर ने 12 नवंबर के अंक में प्रमुखता के साथ उठाया था। जशपुर जिले में सुखरापारा से शंख तक 146 कि.मी.लम्बी कटनी गुमला सड़क की बदहाली सुधारने के दौरान बार बार गुणवत्ता की अनदेखी करने से यहंा समूची सड़क जर्जर हो गई है। बीते 4 दिनो से पत्थलगांव का शहरी क्षेत्र में एनएच विभाग ने नया डामरीकरण का काम शुरू कराया है। शहर में 3 कि.मी.की इस सड़क पर करोड़ों रुपयों के इस काम की देखरेख के लिए विभाग के तकनीकी  अधिकारी प्रारम्भ से ही नदारद रहने से यहंा काम की गुणवत्ता पर फिर से सवालिया निशान लग गया है।

 
कैप्राज्यसभा सदस्य रणविजय सिंह जूदेव
                सीधी बात: रणविजय सिंह जूदेव, राज्यसभा सांसद
सवाल/ राज्यसभा सदस्य बनने के बाद जशपुर जिले में अच्छी सड़कों का निर्माण कराना आपने पहली प्राथमिकता बताई थी। इस दिशा में क्या प्रयास हो रहे है?
      राज्यसभा सदस्य बनने के बाद मैंने राज्यसभा की कार्रवाई को समझने के बाद सबसे पहला सवाल कटनी गुमला राष्ट्रीय राज मार्ग की बदहाली को लेकर ही उठाया है। इस सड़क की बदहाली का मेरा सवाल 3 दिसंबर को सदन के पटल पर रखा गया है। इस पर जल्द ही केन्द्र सरकार जवाब देगी।
       इसके अलावा जशपुर जिले में आदिवासी युवक युवतियों को अच्छी नौकरी देने का झांसा देकर उन्हे देश के महानगरों में बेचने का भी मामला पर केन्द्र सरकार से सवाल किया गया है। मानव तस्करी की रोकथाम के लिए केन्द्र सरकार क्या नियम बना रही है, इस समस्या पर कैसे अंकुश लग सकेगा, अब तक कितने लोग प्रभावित हुए हेैं, ऐसी बहुत सारी बातें हैं। इसके लिए केन्द्र सरकार से सवाल किया गया है। इसके बाद मानव तस्करी के मामलों में अवश्य रोकथाम हो पाएगी।
सवाल/ कटनी गुमला हाईवे की बदहाली से आप अवगत हैं !
          कटनी गुमला सड़क का निर्माण में गुणवत्ता की अनदेखी करने से जशपुर जिले के नागरिकों को आवागमन में काफी परेशानी उठानी पड़ रही है। पूरे जिले में नागरिकों की इस गंभीर समस्या के मददेनजर ही यह मामला को राज्यसभा में उठा कर केन्द्र सरकार से जवाब मांगा गया है।
सवाल/ केन्द्र सरकार के सामने एनएच विभाग की कौन-कौन सी खामियों को उठाया गया है ? 
   जिले में कटनी गुमला सड़क पर डामरीकरण का काम को गुणवत्ता के साथ कब तक पूरा कर लिया जाएगा ! इसके अलावा यहंा डामरीकरण की निविदा को आनन फानन में किसी ब्लैक लिस्टेड ठेकेदार को देने की शिकायत पर भी पुष्ट जानकारी मांगी गई है। इस मामले में केन्द्र सरकार से विस्तृत जानकारी देने के लिए सदन में सवाल उठाया गया है।

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