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शुक्रवार, 26 अप्रैल 2013

वनों की अवैध कटाई पर नहीं लग रही रोकथाम

तिलईखार जंगल के समीप अवैध कटाई के बाद इमारती लकड़ी की कटाई 
 पत्थलगांव/
   जशपुर जिले का पत्थलगांव वन परिक्षेत्र में जगंलों की धड़ल्ले से हो रही अवैध कटाई के कारण हरियाली पर विपरित असर पड़ रहा हैं। आस पास के जंगलों में हरे भरे पेड़ों की कटाई करने वालों पर अंकुश लगाने में यहॉं का वन अमला पूरी तरह से विफल साबित हो रहा है।
 यहॉं आस पास के जंगलों में रखवाली का काम में वन अमला व्दारा ढीलाई बरते जाने से अवैध कटाई करने वालों के हौंसले बुलंद हो गए हैं। यही कारण है कि यहॉं तिलडेगा, सारसमार तथा तिलईखार जंगल में चलने वाली अवैध कुल्हाड़ी की दिन में भी आवाज सुनाई देने लगी है। यहॉं जगह जगह अवैध कटाई के बाद जंगल के समीप ही इमारती लकड़ी की भी कटाई की जा रही है। मंगलवार को तिलईखार जंगल से पेड़ों की अवैध कटाई के बाद समीप के खेत में धड़ल्ले से साईज की तैयार की जा रही थी। इस तरह का नजारा पर वन अमला की भी नजर पड़ती है लेकिन मुंह फेर लेने से लकड़ी चोरी करने वालों के हौसलें बुलंद हो रहे हैं। यहॉं के वन परिक्षेत्राधिकारी ने बताया कि तिलईखार जंगल में लकड़ी चोरों को पकड़ने के लिए कई बार दबिश दी गई लेकिन अभी तक कोई सफलता नहीं मिल पाई है। उन्‍होंने कहा कि आस पास के गांवों में वन सुरक्षा समिति के सदस्यों को सतर्कता बरतने के कड़े निर्देश दिए गए हैं।


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