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मंगलवार, 23 अप्रैल 2013

बालिका शिक्षा और शराब बंदी पर दिया जोर


 
नागवंशी समाज का ग्रीष्मकालीन सम्मेलन
नागवंशी समाज का सम्मेलन
 पत्थलगांव/     रमेश शर्मा
     जशपुर जिले का नागवंशी समाज के लोगों ने समाज की एकजुटता को सुदृढ़ करने के लिए समीप के राईपारा में दो दिवसीय ग्रीष्मकालीन सम्मेलन का आयोजन किया।सोमवार को नागवंशी समाज का सम्मेलन के समापन अवसर पर लोगों ने बालिका षिक्षा और शराब बन्दी का संकल्प लिया।
    इस सम्मेलन में जशपुर के अलावा रायगढ़ एवं सरगुजा जिले से समाज के लोग काफी संख्या में उपस्थित हुए। नागवंशी समाज के सम्मेलन में धर्मान्तरण का पुरजोर विरोध करते हुए अपनी प्राचीन संस्कृति को बरकरार रखने का संकल्प लिया। इस कार्यक्रम में महिलाओं ने शासन व्दारा शराब बनाने की छूट का जमकर विरोध किया। महिलाओं का कहना था कि आदिवासियों को शराब जैसी बुराई से दूर रखने की दिशा में समाज के लोगों को कड़े कदम उठाने होंगे। इसके बगैर युवा वर्ग अपराधों में उलझ कर विकास के कार्यो से विमुख हो रहा है। नागवंशी समाज का सम्मेलन में महिला प्रकोष्ठ की अध्यक्ष श्रीमती प्यारो बाई ने कहा कि कच्ची शराब बना कर सेवन करने की बुराई में उलझ कर नागवंशी समाज का युवा वर्ग को सबसे अधिक नुकसान उठाना पड़ रहा है। 
 उन्होंने कहा कि इसकी रोकथाम के लिए समाज के वरिष्ठ लोगों को कुछ कड़े नियम बना कर इसका कड़ाई पूर्वक क्रियान्वयन करने की जरूरत है। श्रीमती प्यारोबाई ने महिलाओं की षिक्षा पर भी जोर देते हुए कहा कि बालिकाओं को उच्च षिक्षा का लाभ नहीं दिलाने से इस वर्ग की ज्यादातर महिलाएं घरेलू काम काज में ही उलझ कर रह जाती हैं। यहंा पर नागवंशी समाज के महासचिव आनंद नाग ने वैवाहिक खर्च के नाम पर पुरानी परम्पराओं पर भारी भरकम अपव्यय करना पड़ता है। उन्होंने अन्तर्जातीय विवाह से भी दूर रह कर अपनी सामाजिक एकता को सुदृढ़ बनाने की बात पर जोर दिया। श्री नाग ने कहा कि नशामुक्त समाज बनाकर युवा वर्ग आर्थिक रूप से उंचा उठ सकते हैं। श्री नाग ने कहा कि इस समाज में महिलाओं ने ही शिक्षा का मुद्दा उठा कर सराहनीय पहल की है। इस दिषा में सभी को अपनी जिम्मेदारी का निर्वहन करना होगा। सामाजिक सम्मेलन में कार्यक्रम के प्रमुख वक्ता अमर सिंह, लम्बोदर प्रसाद, मंगलसाय, पंचमराम, लक्खूराम ने भी समाज को एकजुट करने के मुद्दे पर अपने विचार व्यक्त किए। 
इस सम्मेलन में ज्यादातर लोगों ने शराब तथा पुरानी परंपराओं के नाम पर फिजूलखर्ची रोकने की बात कही। नागवंशी समाज के इस कार्यक्रम में युवाओं की समिति का भी गठन किया गया। युवा वर्ग को नागवंशी समाज में नाग देवता की पूजा तथा उनके वंशज के बारे में समुचित जानकारी दी गई। इस समाज का उद्यम और खेती के कार्य में उनके योगदान पर भी चर्चा की गई। नागवंशी समाज के लोगों ने समाज के प्रमुख निरंजन प्रसाद नाग तथा महासचिव आनंद नाग के प्रयासों की सराहना करते हुए इस तरह के सम्मेलन को विकास की दिशा में महत्वपूर्ण कदम बताया।



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