गणेशराम के समर्थन में विशाल रैली व जनसभा
पार्टी गुटबाजी पर ग्रामीणों
का विरोध तेज
पत्थलगॉंव/
छत्तीसगढ़ का जशपुर जिले में भारतीय जनता पार्टी
ने विधानसभा की टिकट वितरण करने में नेताओं की गुटबाजी को महत्व दे देने से यहाँ की
सुदृढ़ता पर अब सवालिया निशान लग गया है।जशपुर जिले के अलावा सरगुजा और रायगढ़ जिले में
ग्रामीणों के बीच खासे लोकप्रिय रहने वाले जुझारू आदिवासी नेता गणेश राम भगत को इस
बार पार्टी नेताओं की आपसी गुटबाजी के चलते विधानसभा चुनाव में टिकिट से वंचित रख दिया
है। मुख्यमंत्री डा. रमन सिंह की सरकार में पूर्व अजाक मंत्री गणेश राम भगत को भारतीय
जनता पार्टी ने जशपुर विधानसभा से टिकिट नहीं दिए जाने पर यहाँ जशपुर,बगीचा पंड्रापाठ क्षेत्र
के हजारों ग्रामीणों ने रैली निकाल कर विरोध का स्वर तेज कर दिया है।
दूर दराज के गांवों से पैदल चल कर ग्रामीण जिला
मुख्यालय पहुंच कर पार्टी के नेताओं के सामने अपना विरोध दर्ज करा रहे हैं। गणेश राम
भगत के समर्थकों का कहना था कि भारतीय जनता पार्टी को अपने नेताओं की गुटबाजी के चलते
हजारों लोगों को नक्सली समस्या से सुरक्षित रखने वाले जनप्रतिनिधि को अनदेखा नहीं करना
चाहिए। 23 अक्टूबर को गणेश राम भगत के समर्थन में रैली निकालने आए ग्रामीणों
ने भाजपा के इस निर्णय को जनभावनाओं से अलग निर्णय करार देते हुए इस पर तत्काल पुनर्विचार
करने की मांग की है।
बगीचा मुख्यालय में दोपहर 1 बजे झमाझम बारिश के बाद
भी दूर दराज के गांवों से पैदल चल कर आए हजारों ग्रामीणों ने भारतीय जनता पार्टी के
इस निर्णय को अनुचित करार दिया है। बगीचा के बस स्टैण्ड पर एकत्रित इस भीड़ ने विशाल
रैली निकाल कर जमकर विरोध प्रदर्षन किया। रैली में नक्सली समस्या से सुरक्षा दो,गणेश राम संघर्ष करो, गणेश राम नामांकन भरो, जैसे जोषीले नारे लगाए जा
रहे थे। इस रैली में ग्रामीणों का गुस्सा स्पष्ट दिखाई पड़ रहा था। भाजपा के पूर्व जिला
उपाध्यक्ष मुकेश शर्मा तथा बगीचा जनपद के पूर्व अध्यक्ष नेयुराम भगत इस रैली का नेतृत्व
कर रहे थे। इस रैली में उपस्थित महिलाओं ने मुख्यमंत्री डा.रमन सिंह के इस निर्णय को
पूरी तरह बेतुका निर्णय करार दिया। बगीचा में हाई स्कूल चौक तक भ्रमण करने के बाद एक
जनसभा का भी आयोजन किया गया।
जनसभा में पूर्व जनपद सदस्य मुलासो बाई ने तीखे
तेवर दिखाते हुए गणेश राम भगत को ग्रामीणों का सबसे बड़ा हितैषी बताया। मुलासो बाई का
कहना था साल के 365 दिन गरीबों के बीच में रहने वाले इस जनप्रतिनिधि को पार्टी
भले अनदेखा कर सकती है पर पूरे अंचल का गरीब तबका उनके साथ में डटा रहेगा। भाजपा के
पूर्व मंडल अध्यक्ष केशव यादव का कहना था कि गणेश राम भगत ने प्रदेश का सरहदी जिला
में नक्सली तथा अन्य बदमाशों की आवाजाही पर रोक लगाने के लिए इस अचंल के ग्राम वासियों
को एकजुट करने में अहम भूमिका निभाई है। इसी की बदौलत यहाँ व्यावसायी और आम जनता सुकून
के साथ रह रही है।
पूर्व जनपद अध्यक्ष नेयु राम भगत ने कहा कि इस
अंचल के लोगों को गुटबाजी में उलझने वाले के बजाए सुदृढ़ नेतृत्व देने वाले गणेश राम
भगत की जरूरत है।उन्होने कहा कि इस अचंल के लोग अपनी भलाई बुराई को भलि भांति समझ रहे
हैं। पार्टी की अनदेखी के बाद भी वे अपने नेता को अलग थलग नहीं रहने देंगे। जनसभा में
सभी ने एक स्वर में गणेश राम भगत को चुनाव में जिताने का संकल्प दोहराया। बगीचा की
रैली में सरहदी क्षेत्र के कोने कोने से ग्रामीण स्वतः पहुंचे थे। यहाँ पर दनगरी,रोकड़ापाठ,सुलेशा, महनई आदि बीहड़ अचंल से आने
वाले लोगों का कहना था कि इस जिले में नक्सली समस्या को दूर रखना है तो सुदृढ़ नेतृत्व
के बगैर यह काम सम्भव नहीं है। दनगरी से यहाँ पहुंचे जुगनु यादव का कहना था कि इस अचंल
के लोगों अब थोपा हुआ उम्मीदवार नहीं चाहिए। जुगनू राम का कहना था कि जमीन से जुड़े
लोगों के दुख सुख में सदैव शामिल रहने वाले जनप्रतिनिधि को ही वे अपना नेता चुनना पंसद
करेंगे।
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