सफल आपरेशन के बाद बिहानुराम
मांझी की चिकित्सकों व्दारा देख रेख
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15 सालों से अनुपयोगी मशीन, उपयोगी बनी
रमेश शर्मा/पत्थलगांव/
शहर का सिविल अस्पताल में 15 सालों से बेकार पड़ी लाखों रुपयों की लागत वाली सी आॅर्म मशीन में आवश्यक सुधार कर इस मशीन को उपयोगी बना लेने से यहां आर्थोपेडिक्स मरीजों का सफल आपरेशन होने लगा है। बीते सप्ताह यहां शल्य चिकित्सा कर हड्डी में राॅड डालकर इंटर लाकिंग का सफल आपरेशन किया गया। स्वास्थ्य अधिकारी डा.जेम्स मिंज का कहना है कि पूरे जिले में अब तक का यह पहला आपरेशन है।
सिविल अस्पताल में सर्व सुविधायुक्त आपरेशन थियेटर तैयार कर लेने के बाद इस मशीन का उपयोग कर अलग अलग दुर्घटना में गंभीर रूप से घायल दो लोगों का आर्थोपेडिक्स सर्जन डा. प्रफुल्ल चैहान की टीम के व्दारा सफल आपरेशन किया जा चुका है। बीएमओ डा.जेम्स मिंज ने बताया कि सिविल अस्पताल में मरीजों को बेहतर चिकित्सा सुविधा मिलने से यहंा पर पड़ोसी रायगढ़ और सरगुजा जिले से भी जटिल समस्या वाले मरीज आने लगे हैं।उन्होंने कहा कि सिविल अस्पताल में मरीजों का उपचार के लिए अन्य जरूरी सुविधा बढ़ाने की भी तैयारी की गई है। इस क्रम में डेंटल मरीजों का उपचार की भी सुविधा बढ़ाई जा रही है।डा.मिंज ने बताया कि सिविल अस्पताल में डेंटल चिकित्सक अनूप भगत की पदस्थापना हो जाने के बाद 15 जून से यहां डेंटल संबंधित सघन चिकित्सा की भी शुरुआत की जा रही है।
आर्थोपेडिक्स सफल आपरेशन केश नम्बर 1.
घुटने की हड्डी जोड़ने के लिए मरीज मलिक राम
का टेंसन बैंड वायरिंग का सफल आपरेशन
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- किलकिला के समीप ग्राम गोलाबुड़ा का बिहानु राम मांझी 30 वर्ष का दुर्घटना में बाऐं पैर में जांघ की हडडी टूट गई थी। इस मरीज के परिजनों ने उसके उपचार के लिए तीन दिन पहल इसे पत्थलगांव सिविल अस्पताल में भर्ती कराया था। आर्थोपेडिक्स सर्जन प्रफुल्ल चैहान ने जब दुर्घटना में घायल बीहानु राम मांझी का परीक्षण किया तो उसके पैर के जांघ की टूटी हुई हडडी को प्लास्टर बांध कर जोड़ने में संदेह लग रहा था। डा.चैहान ने अपने अन्य सहयोगियो से सलाह मशविरा के बाद इस मरीज के पैर का आपरेशन कर राॅड लगाने की योजना बनाई गई। सिविल अस्पताल के आपरेशन थियेटर कक्ष में स्थापित की गई सीआॅर्म मशीन का उपयोग कर इस मरीज का सफल आपरेशन कर दिया गया है। टूटी हुई पैर की हड्डी में शल्य चिकित्सा कर लोहे की राड डाल कर इंटर लाकिंग करने के इस काम में यहां के चिकित्सक डा.डी.पटेल और लैलूंगा के डा.राजकुमार गुप्ता की भी सेवाएं ली गई। लगभग दो घंटे तक चले इस आपरेशन की बाद मरीज और उसके परिजनों से भी अधिक इस काम में जुटे सभी चिकित्सक व उनके सहयोगियों के चेहरों पर खुशी झलक रही थी। इस मरीज का सफल आपरेशन के बाद उसे सघन देख रेख के लिए अभी पत्थलगांव सिविल अस्पताल में ही रखा गया है। बीएमओ डा.जेम्स मिंज ने बताया कि जशपुर जिले में हडडी इंटर लांकिग का यह अब तक का पहला सफल आपरेशन है।
सी आॅर्म मशीन को उपयोगी बना लेने से मरीजों
को आपरेशन सुविधा का मिलने लगा लाभ
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आर्थाेपेडिक्स सफल आपरेशन केश नम्बर 2.
यहां के सिविल अस्पताल में मरीजों के लिए सर्व सुविधायुक्त आपरेशन थियेटर उपलब्ध हो जाने के बाद बीते सप्ताह कोतबा के समीप ग्राम राजाआमा निवासी मलिकराम पिता सिमन उम्र 35 वर्ष भी सफल आपरेशन किया गया है। इस मरीज के घुटने की कटोरी टूट जाने से आर्थोपेडिक्स सर्जन डा.प्रफुल्ल चैहान ने ही टूटी हड्डी पर टेंसन बैंड वायरिंग का सफल आपरेशन किया है। इस मरीज को भी सिविल अस्पताल में ही देख रेख के लिए भर्ती रखा गया है। इस मरीज के परिजनों का कहना था कि परिवार की गरीब हालत के चलते वे दुर्घटना के बाद मालिकराम को बाहर ले जा कर इलाज कराने की स्थिति में नहीं थे। लेकिन यहॉं के सरकारी अस्पताल में ही सफल आपरेशन करके मलिक राम का बेहतर इलाज हो जाने से सभी लोग काफी खुश थे।
1 टिप्पणी:
शायद, चित्र में डॉ पुरुषोत्तम सुथार दिखाई दे रहे हैं।
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