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गुरुवार, 9 मई 2013

प्याऊ की परम्परा को बचाना होगा


मंगलवार को बस स्टैण्ड पर प्याऊ का लोकार्पण

परोपकार के कार्यो को युवा आत्मसात करें
 पत्थलगांव/
  चिलचिलाती धूप में राहगीरों को ठंडा पानी पिलाना ही सबसे बड़ा पुण्य और पूजा का कार्य है। हमारे बुजुर्गो व्दारा वर्षो पहले शुरू की इन पुरानी परम्पराओं के पीछे परोपकार की भावना के साथ नई पीढ़ी को भी भलाई के कार्यो हेतु प्रेरित करना होता है। जरूरतमंद लोगों को लाभान्वित करने वाली इन परम्पराओं को किसी भी हालत में लुप्त नहीं होने देना चाहिए। शहर की प्रमुख समाजसेवी महिला श्रीमती गीतादेवी शर्मा ने बस स्टैण्ड पर प्याऊ का लोकार्पण के दौरान उक्त बातें कही। उन्होने कहा कि स्वच्छ एवं ठंडा पानी के प्याऊ को गन्दगी से बचाने के लिए आस पास के लोगों को ध्यान देने की जरूरत है। श्रीमती शर्मा ने कहा कि प्याऊ खोलन के बाद उस स्थान पर स्वच्छता के काम को अक्सर अनदेखा कर दिया जाता है।इसलिए प्याऊ खोलने के बाद उसकी साफ सफाई पर भी समुचित ध्यान देना चाहिए।
   श्रीमती शर्मा ने कहा कि नगर पचंायत को शहर में खोले गए प्याऊ के आसपास साफ सफाई के साथ वहॉं हर समय स्वच्छ पानी उपलब्ध कराने के काम को जिम्मेदारी के साथ पूरा करना चाहिए। पत्थलगांव बस स्टैण्ड पर यात्रियों को ठंडा पानी मुहैया कराने के लिए नगर पचंायत उपाध्यक्ष श्रीमती स्नेहलता शर्मा ने पहल की है। श्रीमती शर्मा ने यहाँ बस यात्रियों की परेशानी के मददेनजर अपने पार्षद मद की राषि से प्याउ की ब्यवस्था कराई है। यहाँ के बस स्टैण्ड पर प्रति दिन लगभग 200 से अधिक यात्री बसों की आवाजाही होती है। यहाँ पर देर रात को पहुंचने वाली लम्बी दूरी के बस यात्रियों को पानी के लिए कई बार इधर उधर भटकना पड़ जाता है। ऐसे यात्रियों को इस प्याऊ से काफी लाभ मिल सकेगा।

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