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मंगलवार, 19 मार्च 2013

हेंडपम्प उगलने लगे लाल पानी


ग्राम पंचायत कुकरीचोली के हेंडपम्प का लाल पानी
पत्थलगांव/  रमेश शर्मा
  छत्तीसगढ़ के जशपुर जिले में गर्मी की शुरुआत से पहले ही जल स्तर में डेढ़ से दो फीट की गिरावट के साथ कई हेंडपम्पों में दूषित लाल पानी निकलने की समस्या सामने आने लगी है। इस वर्ष ग्रामीण अचंल के लोगों के सामने जल स्तर में गिरावट के चलते पीने का पानी की समस्या के साथ हेंडपम्पों से मिलने वाली दूषित पानी ने चिंता बढ़ा दी है। लोक स्वास्थ्य यात्रिकी विभाग ने पत्थलगांव विकासखंड के दो दर्जन से अधिक गांवों में लाल पानी उगलने वाले हेंडपम्पों को चिन्हित कर इस पानी को सेवन नहीं करने की बात कही है।
   ग्रामीण अचंल में दूर दराज के गांवों में दूषित पानी देने वाले हेंडपम्पों की समस्या का समाधान नहीं हो पाने से ग्रामीणों को इसी पानी को छान कर पीने के उपयोग में लेना पड़ रहा है। समीप ग्राम खरकटटा के स्कूल परिसर के हेंडपम्प में लाल पानी निकलने की समस्या का समाधान नहीं हो पाने के बाद स्कूल समिति के सदस्यों ने लाल पानी उगलने वाला हेंडपम्प को उखाड़ कर अलग कर दिया है। यहां के ग्रामीणों का कहना था कि मध्यान भोजन के बाद स्कूली बच्चों को इसी हेंडपम्प का दूषित पानी पीना पड़ता था। इससे बच्चों व्दारा अक्सर पेट दर्द की षिकायतों के बाद हेंडपम्प को बन्द कर दिया गया है।
                दूषित पानी की समस्या
  यहां पर तमता का बथानपारा, ग्राम जामजुनवानी का नरवा टिकरा, जामझोर का स्कूल पारा, पगंषुवा, कुकरीचोली के समीप मठपहाड़ एवं खमतराई तथा राजाआमा का स्कूलपारा में लाल पानी उगलने वाले हेंडपम्प की समस्या से आसपास के लोग खासे परेषान हैं। तमता के निवासी भास्कर शर्मा ने बताया कि यहां पर बथानपारा के हेंडपम्प में लाल पानी निकलने की समस्या के बारे में कलेक्टर को पत्र लिख कर अवगत कराया जा चुका है। उन्होने कहा कि पीने का स्वच्छ पानी के बदले दूषित पानी की इस समस्या का निराकरण के लिए त्वरित ध्यान देना चाहिए। ग्राम पंचायत कुकरीचोली के दो हेंडपम्पों में लाल पानी की समस्या के बाद भी वहंा के ग्रामीणों को इसी पानी को छान कर पीना पड़ रहा है। यहां के ग्रामीण तीरथ मोहन ने बताया कि आसपास पीने का पानी के लिए अन्य साधन नहीं होने से उन्हे इसी पानी का सेवन करना पड़ रहा है। इस गांव में दूषित पानी के चलते अनेक लोगों व्दारा पेट दर्द और दांतों में कालापन दिखने की परेषानी आ गई है। हेंडपम्प की समस्या को लेकर यहां के सरपंच ने लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी विभाग के अधिकारियों को लिखित षिकायत कर दी है। इसके बाद भी लाल पानी की समस्या यथावत है।
 दो दर्जन हेंडपम्पों से निकल
 रहा है लाल पानी
   यहां लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी विभाग के अनुविभागीय अधिकारी सीबी सिंग ने बताया कि यहां गर्मी की शुरूआत के पहले ही भू-जल स्तर में गिरावट दिखने लगी है। उन्होंने बताया कि वर्तमान में दो फीट तक जल स्तर नीचे चला गया है। उन्होने बताया कि इस समस्या से निपटने के लिए हेंडपम्प में पाइप बढ़ाए जा रहे हैं। श्री सिंग ने बताया कि यहां के अलग अलग गांवों में दो दर्जन से अधिक हेंडपम्पों में लाल पानी उगलने की समस्या सामने आई है। इन सभी हेंडपम्पों का परीक्षण करने के बाद उन्हे चिन्हित कर उसका पानी को पीने के उपयोग में नहीं लेने को कहा गया है। श्री सिंग ने बताया कि संबंधित ग्राम पंचायत के सरपंच और सचिव को लाल पानी उगलने वाले हेंडपम्पों का पानी के लिए आवष्यक सतर्कता बरतने को कहा गया है। उन्होने कहा कि लाल पानी की समस्या से प्रभावित गांवों के लिए विशेष कार्य योजना बना कर उच्च अधिकारियों के पास जानकारी भेज दी गई है।
              लाल पानी की समस्या से प्रभावित गांव
  पत्थलगांव क्षेत्र के दो दर्जन से अधिक गांवों में हेंडपम्प का लाल पानी लोगों की परेषानी का सबब बन गया है। यहां पर कुकरीचोली ग्राम पचंायत में तीन हेंडपम्पो से लाल पानी निकल रहा है। इसी तरह खरकटटा और कुड़केलखजरी के लोग भी हेंडपम्प से लाल पानी की समस्या को लेकर खासे नाराज हैं। लोक स्वास्थ्य यात्रिकी विभाग ने ग्राम पंचायत तमता बथानपारा, पण्डरीपानी उपरपारा, कुड़केलखजरी पटेलपारा, कुड़केलखजरी बैगापारा, बेलडेगी स्कूलपारा, तिलडेगा शांतिपारा, कुकरीचोली खमतराई, कुकरीचोली उरांवपारा, कुकरीचोली मठपहाड़, लोकेर बिछीकानी, जमरगी बी झिंगरेल, जामझोर मंदिरपारा, गोलियागढ़ मुख्य बस्ती, पंगषुवा बसंतपुर, खरकटटा स्कूलपारा, खरकटटा दर्रीमहुआ, जामजुनवानी नरवाटिकरा, राजाआमा स्कूलपारा के हेंडपम्प का पानी को दूषित बता कर इसका सेवन नहीं करने की जानकारी दी है।
              स्वास्थ्य के लिए हानिकारक लाल पानी
  यहां सिविल अस्पताल के वरिष्ठ चिकित्सक पुरुषोत्तम सुथार ने बताया कि हेंडपम्प से निकलने वाला लाल पानी को छान लेने के बाद भी वह स्वास्थ्य के लिए हानिकारक रहता है। उन्होने कहा कि इसमें फलोराइड की मात्रा अधिक होने के कारण इस पानी का रंग लाल हो जाता है। उन्होने कहा कि लाल पानी का सेवन करने से पेट दर्द तथा अन्य बीमारियों की सम्भावना बनी रहती है। इससे दांत, कमर की हड्डी प्रभावित होने का भी अंदेषा रहता है।



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