भरारी के समीप अपनी खरबूज की फसल के साथ किसान रफैल उरांव |
मिठास घोल रहे हैं पत्थलगांव के खरबूज-तरबूज
रमेश शर्मा/ पत्थलगांव/
पिछले दिनों हुई बेमौसम की बारिश के बाद गर्मी का मौसमी फल खरबूज और तरबूज की फसल को मामूली नुकसान के बाद भी इसकी अच्छी क्वालिटी बन कर बाजार में पहुंचने से इसका मिठास पड़ोसी जिले के लोगों को भी खूब रास आ रहा है।
इस अचंल में अधिक पैदावार होने के चलते खरबूज और तरबूज के भाव में भी ज्यादा बढ़ोत्तरी नहीं होने से ग्राहक हाथो हाथ इन फलों की खरीद कर इसका भरपूर स्वाद ले रहे हैं। प्रारंभ में 80 रूपये प्रति किलो बिकने वाला खरबूज इन दिनों 10 से 15 रूप्ये प्रति किलों में बिक रहा है। इसकी उपज लेने वाले किसानों का कहना है कि बेमौसम की बरसात होने से उनके खेतों में तैयार खरबूजा 2 से 3 किलो वजन का निकल रहा है। यंहा भरारी के समीप खरबूज,तरबूज, ककड़ी के साथ अन्य साग सब्जी फसल लेने वाला किसान रफैल उरांव का कहना था कि गर्मी के सीजन में इन फसल के खरीददार उनके खेतों में ही पहुंच जा रहे हैं। नगद भुगतान मिलने से किसानों के लिए गर्मी के मौसमी फलों ने मालामाल कर दिया है।
यहंा तिलडेगा,कंटगतराई तथा आस पास के किसानों व्दारा भरारी नाला के किनारे वाले क्षेत्र में गर्मी के दिनों में साग सब्जी की फसल के अलावा ककड़ी, खरबूज और तरबूज की भी काफी बड़ी मात्रा में उपज ली जा रही हैं।इस वर्ष बेमौसम की बारिश ने इन किसानों की लवकी,तोराई तथा अन्य साग सब्जी की फसल को भले ही थोड़ा नुकसान पहुंचाया है लेकिन दो तीन बार हुई इस बारिश के बाद खरबूज और तरबूज की अच्छी क्वाल्टिी बन गई है। इन किसानों के खेतों में पक कर तैयार रस भरे और मीठे खरबूज की फसल देखते ही बन रही है। किसानों का कहना है कि बेमौसम की बरसात ने खरबूज की अच्छी पैदावार हो गई है। किसानों को इस बात की खुशी है कि गर्मी का मौसमी फल खरबूज और तरबूज केवल देखने में ही नहीं बल्कि इसका जायका भी बढ़ गया है। इन दिनों यहंा के ग्राहकों को टोकरों में भर कर खरबूज और तरबूज का बेसब्री से इंतजार रहता है। गर्मी के इन मौसमी फलों को लेकर आने वाले कई किसान बाजार पहुंचने से पहले ही रास्ते में अपनी उपज की बिक्री कर ले रहे हैं।
फलोद्यान से अतिरिक्त आय
पिछले दिनों हुई बेमौसम की बारिश के बाद गर्मी का मौसमी फल खरबूज और तरबूज की फसल को मामूली नुकसान के बाद भी इसकी अच्छी क्वालिटी बन कर बाजार में पहुंचने से इसका मिठास पड़ोसी जिले के लोगों को भी खूब रास आ रहा है।
इस अचंल में अधिक पैदावार होने के चलते खरबूज और तरबूज के भाव में भी ज्यादा बढ़ोत्तरी नहीं होने से ग्राहक हाथो हाथ इन फलों की खरीद कर इसका भरपूर स्वाद ले रहे हैं। प्रारंभ में 80 रूपये प्रति किलो बिकने वाला खरबूज इन दिनों 10 से 15 रूप्ये प्रति किलों में बिक रहा है। इसकी उपज लेने वाले किसानों का कहना है कि बेमौसम की बरसात होने से उनके खेतों में तैयार खरबूजा 2 से 3 किलो वजन का निकल रहा है। यंहा भरारी के समीप खरबूज,तरबूज, ककड़ी के साथ अन्य साग सब्जी फसल लेने वाला किसान रफैल उरांव का कहना था कि गर्मी के सीजन में इन फसल के खरीददार उनके खेतों में ही पहुंच जा रहे हैं। नगद भुगतान मिलने से किसानों के लिए गर्मी के मौसमी फलों ने मालामाल कर दिया है।
यहंा तिलडेगा,कंटगतराई तथा आस पास के किसानों व्दारा भरारी नाला के किनारे वाले क्षेत्र में गर्मी के दिनों में साग सब्जी की फसल के अलावा ककड़ी, खरबूज और तरबूज की भी काफी बड़ी मात्रा में उपज ली जा रही हैं।इस वर्ष बेमौसम की बारिश ने इन किसानों की लवकी,तोराई तथा अन्य साग सब्जी की फसल को भले ही थोड़ा नुकसान पहुंचाया है लेकिन दो तीन बार हुई इस बारिश के बाद खरबूज और तरबूज की अच्छी क्वाल्टिी बन गई है। इन किसानों के खेतों में पक कर तैयार रस भरे और मीठे खरबूज की फसल देखते ही बन रही है। किसानों का कहना है कि बेमौसम की बरसात ने खरबूज की अच्छी पैदावार हो गई है। किसानों को इस बात की खुशी है कि गर्मी का मौसमी फल खरबूज और तरबूज केवल देखने में ही नहीं बल्कि इसका जायका भी बढ़ गया है। इन दिनों यहंा के ग्राहकों को टोकरों में भर कर खरबूज और तरबूज का बेसब्री से इंतजार रहता है। गर्मी के इन मौसमी फलों को लेकर आने वाले कई किसान बाजार पहुंचने से पहले ही रास्ते में अपनी उपज की बिक्री कर ले रहे हैं।
फलोद्यान से अतिरिक्त आय
गर्मी का मौसमी फल तरबूज की भी हुई बम्फर पैदावार |
उद्यान अधीक्षक प्रकाश सिंह भदौरिया का कहना है कि इस अंचल में फलोद्यान की काफी अच्छी संभावना है। यहंा गर्मी के दिनों में साग सब्जी की लोकल डिमांड काफी अधिक रहती है।इस वजह किसानों को साग सब्जी के अच्छे दाम मिल रहे हैं। उन्होंने कहा कि यहंा के किसानों को गर्मी के मौसमी फल के लिए प्रोत्साहित करने के बाद इसके अच्छे परिणाम सामने आए हैं। यहाँ तरबूज, खरबूज, ककड़ी तथा केला,आम लीची की अच्छी पैदावार होने से किसानों को लाखों रूपयों की अतिरिक्त आय होने लगी है।
पड़ोसी जिलों में पहुंचा गर्मी का मौसमी फल
इन दिनों पत्थलगांव क्षेत्र में ककड़ी,खरबूज और तरबूज की आवक बढ़ जाने के बाद रायगढ़ जिले के लैलूंगा, धरमजयगढ़, कापू और सरगुजा जिले के सीतापुर,प्रतापगढ़ और बतौली क्षेत्र के साप्ताहिक बाजार में भी गर्मी के इस मौसमी फल की खूब पूछ परख होने लगी है।अन्य फलों की मंहगाई के बीच लोकल फल कम दाम पर उपलब्ध होने से ग्राहकों को भी गर्मी के मौसमी फलों का स्वाद खूब रास आ रहा है।
पड़ोसी जिलों में पहुंचा गर्मी का मौसमी फल
इन दिनों पत्थलगांव क्षेत्र में ककड़ी,खरबूज और तरबूज की आवक बढ़ जाने के बाद रायगढ़ जिले के लैलूंगा, धरमजयगढ़, कापू और सरगुजा जिले के सीतापुर,प्रतापगढ़ और बतौली क्षेत्र के साप्ताहिक बाजार में भी गर्मी के इस मौसमी फल की खूब पूछ परख होने लगी है।अन्य फलों की मंहगाई के बीच लोकल फल कम दाम पर उपलब्ध होने से ग्राहकों को भी गर्मी के मौसमी फलों का स्वाद खूब रास आ रहा है।
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