शिक्षक सम्मान समारोह में राजनेताओं के बदले बाबा कपिलदास बने मुख्य अतिथि |
18 शिक्षकों का बाबा कपिलदास से कराया सम्मान
पत्थलगांव/
ज्ञान का दीप जलाकर समाज में षिक्षा का उजियारा फैलाने वाले सेवानिवृत शिक्षकों के लिए आयोजित सम्मान समारोह के मुख्य अतिथि और अध्यक्षता करने वालों के लिए रविवार को इस कार्यक्रम के आयोजकों को घंटो इंतजार करना पड़ा।इसके बाद भी कोई नहीं पहुंच पाने से किलकिला के प्रमुख संत बाबा कपिलदास को आनन फानन में मुख्य अतिथि की जिम्मेदारी सौंपनी पड़ी।
बाबा कपिलदास ने कहा कि समाज में शिक्षा का उजियारा फैलाने वालों का सम्मान कर उन्हे बेहद खुशी महसूस हो रही है। बाबा ने कहा कि शिक्षकों की बदौलत ही बड़े राजनेता , अधिकारी तथा अन्य महत्वपूर्ण पद मिल पाते हैं। उन्होने कहा कि शिक्षकों के सम्मान का कार्यक्रम निर्धारित होने के बाद राजनेताओं को इस तरह उदासिनता नहीं बरतनी चाहिए।
छत्तीसगढ़ शिक्षक संघ ने रविवार को यहंा का प्रमुख धार्मिक स्थल किलकिलेश्वर धाम में सेवानिवृत शिक्षकों को सम्मानित करने के लिए सम्मान समारोह का आयोजन किया था। इस कार्यक्रम में बुलाए गए मुख्य अतिथि और अध्यक्षता के लिए राजनैतिक दल के नेताओं का घंटो इंतजार के बाद भी वे इस कार्यक्रम में नहीं पहुंचे।बाद में किलकिलेश्वर धाम के बाबा कपिलदास को मुख्य अतिथि बनाकर उन्हे शिक्षक संघ ने स्मृमि चिन्ह प्रदान किया। बाबा कपिलदास ने इस कार्यक्रम में राजनैतिक दल के नेताओं की अनुपस्थिति में सभी सेवानिवृत शिक्षकों को आषिर्वाद प्रदान किया और शाल श्रीफल भेट कर उन्हे सम्मानित किया। पत्थलगांव ब्लाक षिक्षा अधिकारी बरसाय पैंकरा तथा संघ के अन्य पदाधिकारियों की उपस्थिति में यहंा पर 18 सेवानिवृत शिक्षकों को सम्मानित करने का कार्यक्रम को पूरे उत्साह के साथ पूरा किया गया।
अतिथियों के लिए किया गया लंबा इंतजार
पत्थलगांव के समीप किलकिला में आयोजित शिक्षकों का सम्मान समारोह के कार्यक्रम में संसदीय सचिव भरत साय को मुख्य अतिथि बनाकर संघ ने इस अचंल के गणमान्य नागरिक, अधिकारी तथा पत्रकारों को आमत्रित किया था। इस कार्यक्रम में अध्यक्षता के लिए विधायक रामपुकार सिंह तथा विषिष्ठ अतिथि में जनपद अध्यक्ष अर्जून साय, नगर पंचायत अध्यक्ष डा.बीएल भगत को आमत्रित किया था। बताया जाता है कि कार्यक्रम का आयोजन करने वाले छत्तीसगढ़ शिक्षक संघ के पदाधिकारियों ने शिक्षकों को सम्मानित करने के इस महत्वपूर्ण कार्यक्रम में बुलाए गए अतिथियों का कई घंटों तक इंतजार करते रहे पर अंत तक कोई भी कार्यक्रम मे नहीं पहुंचा। राजनैतिक दल के नेताओं की इस उपेक्षा से क्षुब्ध होकर शिक्षक संघ ने अपने कार्यकाल के दौरान विषिष्ठ सेवा प्रदान करने वाले 18सेवानिवृत षिक्षकों को बाबा कपिलदास से सम्मानिक करा कर इस कार्यक्रम को पूरा किया।
सम्मानित सेवानिवृत शिक्षक
सेवानिवृत शिक्षकों को सम्मानित करने के इस कार्यक्रम में पीएल नामदेव,आत्माराम राव, कांशीराम श्रीवास, दिवाकर पाठक, पुनीराम भारती, सदर साय, श्रवण साय चैहान, शोभाराम तिर्की, मानवेल एक्का,देवानंद पैंकरा ,अनंतराम सिदार,डीआर पटेल,चुन्नीलाल, पुरषोत्तम सिंह,जगतराम,फकीर राम खुंटे,जेपी परहा को मंच पर बुलाकर उन्हे शाॅल श्री फल भेट कर सम्मानित किया।
शिक्षक संघ के उपप्रांताध्यक्ष ओंकार सिंह ठाकुर ने कहा कि हमारे समाज में गुरू प्राचीन काल से ही सम्मानित होते आए हैं। गुरूओं व्दारा समाज को सही दिशा देने के कारण उनका आज भी सर्वोच्च स्थान मिला हुआ है। इस कार्यक्रम में ब्लॅाक षिक्षा अधिकारी बरसाय पैंकरा,तृतीय वर्ग कर्मचारी संेघ के अध्यक्ष भीमसेन जी स्वर्णकार, सम्भागीय सचिव राजकुमार सिंग, हरिशंकर यादव सहित अन्य लोगों ने मंच सम्हाल कर कार्यक्रम को पूर्ण कराया।
बताया जाता है कि सेवानिवृत षिक्षकों का सम्मान समारोह में मुख्य अतिथि सहित अन्य सभी से एक पखवाड़ा पहले सहमति ले ली गई थी। इस कार्यक्रम को लेकर छत्तीसगढ़ षिक्षक संघ ने जोरशोर से तैयारियंा की थी। षिक्षक संघ के सदस्यों ने पूरे क्षेत्र में आमंत्रण पत्र वितरित कर लगभग पांच सौ लोगो के साथ सेवानिवृत होने वाले षिक्षकों के साथ भोजन की भी व्यवस्था कराई थी। सेवानिवृत शिक्षकों के कार्यक्रम में आमंत्रित अतिथियों के नहीं पहुंचने से लोग तरह तरह की चर्चा करते देखे गए।
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