पंज प्यारे के सामने निशान साहेब |
कीर्तन में गूँज . बोले सो निहाल, सतश्री अकाल
पत्थलगांव/ रमेश शर्मा
बोले सो निहाल, सतश्री अकाल का जयकारे गुरुवार को शहरभर में गूंजे । काफी बड़ी संख्या में सिक्ख समाज जन सिक्ख धर्म के संस्थापक गुरु नानकदेव जी की महिमा का गुणगान करते शहर के प्रमुख मार्गो से निकले।
अव्वल अल्लाह नूर उपाया कुदरत ते सब बन्दे की सुमधुर पंक्तिय को जत्थों व्दारा गाया जा रहा था। रंग बिरंगे फूलों से सजी शोभायात्रा का जगह जगह लोगों व्दारा आत्मीय स्वागत किया जा रहा था। पूरे रास्ते भर प्रसाद का वितरण किया जा रहा था। इस शोभायात्रा में शस्त्र कला व युद्ध कौशल के प्रदर्षन ने खासा रोमांच जगाया। यहां पर गुरुसिंह सभा के गुरुव्दारा में 11 बजे से कीर्तन की शुरूवात हो गई थी। कीर्तन से पहले पूर्ण गुरुसिखी मर्यादा के अनुसार अरदास की गई।
दोपहर गुरु अटूट लंगर के पश्चात सुसज्जित ट्रक में सजी हुई पालकी में गुरुग्रंथ साहिब को विराजमान किया गया। यहां सिक्ख संगत ने काफी आकर्षक ढंग से पालकी को सजाया था। इस सवारी के आगे पंज प्यारे की भूमिका में अमरजीत सिंह काके, गोल्डी भाटिया, इन्दरजीत, अपनी एक जैसी वेश भूषा में उपस्थित थे। सवारी के आगे सिक्ख संगत के कार्यकत्र्ता सड़क धोने व झाड़ू से मार्ग साफ करने की सेवा कर रहे थे। शोभा यात्रा के साथ नगर कीर्तन के इस के कार्यक्रम में गुरुव्दारे का शब्दी जत्था भी उपस्थित था। शोभा यात्रा में सबसे आगे निशान साहेब के साथ अवनित भटिया चल रहे थे। सीतापुर के बेदी ढ़ोलकी तथा विभिन्न वाद्ययंत्रों के साथ बेहद अनुशासित रूप से पूरी संगत आगे बढ़ रही थी। इस शोभायात्रा और कीर्तन में शस्त्र कला व युध्द कौशल के प्रदर्षन ने खासा रोमांच जगाया।
वीर खालसा गतका ग्रुप,स्मार्ट इंटरनेशनल गतका एकेडमी के युवकों ने युध्द कौशल का प्रदर्षन शानदार ढंग से किया। गुरुव्दारा गुरुसिंह सभा से निकल कर भव्य शोभायात्रा के साथ सिक्ख संगत सबसे पहले जशपुर रोड़ गई। यहां अन्य समुदाय के लोगों ने भी गुरुग्रंथ साहेब का आत्मीय स्वागत कर संगत के लिए स्वलपाहार की व्यवस्था कराई थी। इस शोभायात्रा में सीतापुर, धर्मजयगढ़, कांसाबेल से भी सिक्ख संगत काफी बड़ी संख्या में शामिल हुई थी।
दिखा सांप्रदायिक सौहार्द
गुरुग्रथ्ंा साहिब की शोभायात्रा एवं नगर कीर्तन के कार्यक्रम में सांप्रदायिक सौहार्द के साथ प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी का सफाई का संदेशके प्रति जागरूकता का दृष्य भी दिखाई दिए। यहां बस स्टैण्ड का इंदिरा चैराहा के समीप अग्रवाल सभा के युवकों ने गुरुग्रंथ साहेब का स्वागत करने के पश्चात पूरी संगत के लिए जलपान की व्यवस्था की थी।रायगढ़ रोड़ ,जशपुर रोड़ और अम्बिकापुर रोड़ में भी कई जगह विभिन्न समुदाय के लोगों ने शोभा यात्रा के साथ पंज प्यारों का स्वागत कर सभी के लिए जलपान की व्यवस्था कराई थी। सरदार हरपेज सिंह भाटिया ने शोभायात्रा के दौरान सभी वर्ग के लोगों को प्रसाद वितरण किया गया।
पत्थलगांव/ रमेश शर्मा
बोले सो निहाल, सतश्री अकाल का जयकारे गुरुवार को शहरभर में गूंजे । काफी बड़ी संख्या में सिक्ख समाज जन सिक्ख धर्म के संस्थापक गुरु नानकदेव जी की महिमा का गुणगान करते शहर के प्रमुख मार्गो से निकले।
अव्वल अल्लाह नूर उपाया कुदरत ते सब बन्दे की सुमधुर पंक्तिय को जत्थों व्दारा गाया जा रहा था। रंग बिरंगे फूलों से सजी शोभायात्रा का जगह जगह लोगों व्दारा आत्मीय स्वागत किया जा रहा था। पूरे रास्ते भर प्रसाद का वितरण किया जा रहा था। इस शोभायात्रा में शस्त्र कला व युद्ध कौशल के प्रदर्षन ने खासा रोमांच जगाया। यहां पर गुरुसिंह सभा के गुरुव्दारा में 11 बजे से कीर्तन की शुरूवात हो गई थी। कीर्तन से पहले पूर्ण गुरुसिखी मर्यादा के अनुसार अरदास की गई।
दोपहर गुरु अटूट लंगर के पश्चात सुसज्जित ट्रक में सजी हुई पालकी में गुरुग्रंथ साहिब को विराजमान किया गया। यहां सिक्ख संगत ने काफी आकर्षक ढंग से पालकी को सजाया था। इस सवारी के आगे पंज प्यारे की भूमिका में अमरजीत सिंह काके, गोल्डी भाटिया, इन्दरजीत, अपनी एक जैसी वेश भूषा में उपस्थित थे। सवारी के आगे सिक्ख संगत के कार्यकत्र्ता सड़क धोने व झाड़ू से मार्ग साफ करने की सेवा कर रहे थे। शोभा यात्रा के साथ नगर कीर्तन के इस के कार्यक्रम में गुरुव्दारे का शब्दी जत्था भी उपस्थित था। शोभा यात्रा में सबसे आगे निशान साहेब के साथ अवनित भटिया चल रहे थे। सीतापुर के बेदी ढ़ोलकी तथा विभिन्न वाद्ययंत्रों के साथ बेहद अनुशासित रूप से पूरी संगत आगे बढ़ रही थी। इस शोभायात्रा और कीर्तन में शस्त्र कला व युध्द कौशल के प्रदर्षन ने खासा रोमांच जगाया।
वीर खालसा गतका ग्रुप,स्मार्ट इंटरनेशनल गतका एकेडमी के युवकों ने युध्द कौशल का प्रदर्षन शानदार ढंग से किया। गुरुव्दारा गुरुसिंह सभा से निकल कर भव्य शोभायात्रा के साथ सिक्ख संगत सबसे पहले जशपुर रोड़ गई। यहां अन्य समुदाय के लोगों ने भी गुरुग्रंथ साहेब का आत्मीय स्वागत कर संगत के लिए स्वलपाहार की व्यवस्था कराई थी। इस शोभायात्रा में सीतापुर, धर्मजयगढ़, कांसाबेल से भी सिक्ख संगत काफी बड़ी संख्या में शामिल हुई थी।
दिखा सांप्रदायिक सौहार्द
गुरुग्रथ्ंा साहिब की शोभायात्रा एवं नगर कीर्तन के कार्यक्रम में सांप्रदायिक सौहार्द के साथ प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी का सफाई का संदेशके प्रति जागरूकता का दृष्य भी दिखाई दिए। यहां बस स्टैण्ड का इंदिरा चैराहा के समीप अग्रवाल सभा के युवकों ने गुरुग्रंथ साहेब का स्वागत करने के पश्चात पूरी संगत के लिए जलपान की व्यवस्था की थी।रायगढ़ रोड़ ,जशपुर रोड़ और अम्बिकापुर रोड़ में भी कई जगह विभिन्न समुदाय के लोगों ने शोभा यात्रा के साथ पंज प्यारों का स्वागत कर सभी के लिए जलपान की व्यवस्था कराई थी। सरदार हरपेज सिंह भाटिया ने शोभायात्रा के दौरान सभी वर्ग के लोगों को प्रसाद वितरण किया गया।
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